मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सीमांत मुनस्यारी में आईटीबीपी जवानों और स्थानीय लोगों के साथ चाय पीते हुए। PHOTO CREDIT - X
मुनस्यारी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज प्रातःकाल सीमांत क्षेत्र मुनस्यारी में भ्रमण के दौरान देश की सीमाओं की रक्षा में तैनात आईटीबीपी (ITBP) के जवानों और स्थानीय लोगों के साथ मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने ठंडी पहाड़ी सुबह में जवानों और ग्रामीणों के साथ बैठकर चाय की चुस्कियों का आनंद लिया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय निवासियों से उनकी कुशलक्षेम पूछी और सरकार की विकासपरक योजनाओं की जानकारी साझा की।

सीमांत जनता से जुड़ाव और योजनाओं का सीधा फीडबैक
चाय पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन और उनके लाभों के बारे में जानकारी ली।
लोगों ने बताया कि राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से सीमांत क्षेत्र के लोगों को राहत और रोजगार के अवसर मिले हैं। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार सीमांत इलाकों के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है और प्रत्येक नागरिक तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
जवानों की सेवा भावना को किया सलाम
मुख्यमंत्री धामी ने सीमा की सुरक्षा में तैनात आईटीबीपी के जवानों की देशभक्ति और सेवा भावना की सराहना की। उन्होंने कहा कि सीमांत क्षेत्रों में तैनात जवान ही भारत की असली ताकत हैं, जिनकी वजह से देशवासी सुरक्षित हैं। उन्होंने जवानों से भी उनके अनुभव साझा करने और राज्य सरकार से उनकी अपेक्षाओं को बताने का आग्रह किया।
विकास के नए आयामों की ओर बढ़ रहा सीमांत उत्तराखंड
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मुनस्यारी, धारचूला, और पिथौरागढ़ जैसे सीमांत क्षेत्रों में पर्यटन, सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में कई योजनाएं चला रही है। इन इलाकों में कनेक्टिविटी सुधार और स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि स्थानीय युवा अपने गांवों में ही समृद्ध भविष्य बना सकें।
