संभल के नागरिकों ने विकसित यूपी–2047 सर्वे में रिकॉर्ड तोड़ भागीदारी दिखाते हुए प्रदेश में जागरूकता की मिसाल पेश की।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश को विकसित राज्य बनाने के लक्ष्य के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर चलाए जा रहे विकसित यूपी–2047 फीडबैक सर्वे में एक अनोखा ट्रेंड सामने आया है। प्रदेश के सभी जिलों में से संभल जिला इस सर्वे में सबसे ज्यादा सुझाव देने वाला जिला उभरकर सामने आया है। संभल की कुल आबादी 21,92,933 है जिसमें कि 6,83,854 यानि कि कुल आबादी की अपेक्षा 31.19 प्रतिशत लोगों ने सुझाव दिए हैं। प्रदेश के जिलों में सबसे ज्यादा जागरुक जनता होने का परिचय देकर संभल की जनता ने सबको चौंका दिया है। उपेक्षा और पिछड़ेपन की छवि से जूझने वाला संभल अब अपनी पहचान बदल रहा है। यहां के लोगों ने साबित किया है कि जागरूकता और भागीदारी ही विकास की असली कुंजी है।

बता दें कि विकसित यूपी–2047 फीडबैक सर्वे के तहत प्रदेशभर से लोगों की राय ली जा रही है ताकि राज्य के विजन डॉक्यूमेंट में आम जनता की जरूरतें और आकांक्षाएं सीधे शामिल की जा सकें। 31 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश में जोर शोर से चले इस अभियान में संभल जिले की आबादी ने सबसे ज्यादा सक्रियता दिखाई है। इसके बाद दूसरे नंबर पर जौनपुर जिले की जनता ने भी जागरुकता का शानदार परिचय दिया है।
जौनपुर की कुल आबादी 44,94204 हैं यहां 736240 यानि कि कुल आबादी की अपेक्षा 16.37 प्रतिशत लोगों ने सुझाव दिए हैं। लोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, जल निकासी, कृषि, रोजगार, महिला सुरक्षा, डिजिटल सेवाओं, स्वच्छता व अन्य तमाम मुद्दों पर अपने सुझाव दिए हैं। प्रदेश में ऐसे भी कई जिले हैं जिनका 31 अक्टूबर तक बहुत ही खराब प्रदर्शन इस फीडबैक अभियान में रहा है। ऐसे जिलों को देखते हुए 15 नवंबर तक की तारीख प्रदेश सरकार ने और बढ़ा दी है लेकिन संभल जिले ने आबादी की अपेक्षा जितने प्रतिशत फीडबैक इस अभियान में दे दिए हैं उस आंकड़े को कोई भी जिला अब पार नहीं कर पाएगा।
अब संभल रहा है संभल
पिछले एक साल में संभल में जनता की सोच में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। जहां पहले सरकारी योजनाओं या सर्वे में लोगों की कुछ खास भागीदारी नहीं रहती थी। वहीं अब गांव से लेकर शहर तक नागरिक खुद आगे बढ़कर अपनी बात रख रहे हैं। संभल को सर्वाधिक भागीदारी वाला जिला बनाने में प्रशासन की सक्रियता भी बड़ी वजह रही। डीएम राजेंद्र पैंसिया से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनकी टीम ने लगातार लोगों को फीडबैक देने के लिए प्रेरित किया और लोगों ने खुद भी अपनी जागरुकता और सक्रियता तो साबित किया है।
