एम.बी.पी.जी. महाविद्यालय सभागार, हल्द्वानी में आयोजित कार्यक्रम में राज्य आंदोलनकारियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
हल्द्वानी। उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती पर शनिवार को जिले के सभी तहसील मुख्यालयों में राज्य आंदोलनकारियों के सम्मान समारोह आयोजित किए गए। हल्द्वानी तहसील का मुख्य कार्यक्रम एम.बी.पी.जी. महाविद्यालय के सभागार में हुआ।

कार्यक्रम का शुभारंभ मंडी परिषद के अध्यक्ष डॉ. अनिल कपूर डब्बू, हुकुम सिंह कुंवर, और उप जिलाधिकारी राहुल शाह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। सभागार में उपस्थित लोगों ने राज्य आंदोलन के नायकों को याद करते हुए उनके संघर्षों को नमन किया।
“उत्तराखंड की रजत जयंती गर्व का अवसर” — डॉ. अनिल कपूर डब्बू
अपने संबोधन में डॉ. अनिल कपूर डब्बू ने कहा कि उत्तराखंड राज्य की 25 वर्ष की यात्रा प्रत्येक उत्तराखंडवासी के लिए गर्व का विषय है। राज्य आंदोलनकारियों के संघर्ष और बलिदान से ही आज उत्तराखंड का सपना साकार हुआ है। अब हमें मिलकर राज्य के सर्वांगीण विकास में अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड तेजी से विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पर्यटन और रोजगार जैसे क्षेत्रों में राज्य ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं।
राज्य आंदोलनकारियों को मिला सम्मान
कार्यक्रम में हल्द्वानी और लालकुआं क्षेत्र के 336 आंदोलनकारियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। इस दौरान आंदोलनकारियों ने राज्य निर्माण के दिनों को याद करते हुए भावुक स्मृतियां साझा कीं। कार्यक्रम स्थल पर राज्य आंदोलन के दौर की तस्वीरें, नारों और गीतों के जरिए उत्तराखंड आंदोलन की भावना को पुनर्जीवित किया गया।
“संवेदनशील प्रशासन, सहभागी विकास” — उप जिलाधिकारी राहुल शाह
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी राहुल शाह ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता यही है कि विकास के हर कार्य में जनता की भागीदारी और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।
कार्यक्रम में रही गरिमामयी उपस्थिति
कार्यक्रम में रेखा कोहली, तहसीलदार कुलदीप पांडे, पूजा शर्मा सहित बड़ी संख्या में राज्य आंदोलनकारी, समाजसेवी, स्थानीय नागरिक और छात्र उपस्थित रहे। पूरा वातावरण देशभक्ति और उत्तराखंड गौरव की भावना से सराबोर रहा।
