“ऑपरेशन कालनेमि” के तहत पौड़ी पुलिस ने लक्ष्मणझूला क्षेत्र से चार संदिग्ध बाबाओं को हिरासत में लिया। Photo Credit X
- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आदेश पर चला विशेष अभियान
- लक्ष्मणझूला थाना पुलिस की सटीक कार्रवाई
पौड़ी। उत्तराखंड पुलिस ने धार्मिक आस्था के नाम पर लोगों को गुमराह करने वाले फर्जी और संदिग्ध बाबाओं के खिलाफ “ऑपरेशन कालनेमि” के तहत बड़ा कदम उठाया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) लोकेश्वर सिंह के निर्देशन में पौड़ी जनपद के सभी थाना क्षेत्रों में यह अभियान चलाया जा रहा है।

इसी क्रम में थाना लक्ष्मणझूला पुलिस टीम ने बीते दिन विशेष सघन अभियान के दौरान चार संदिग्ध बाबाओं/ढोंगी व्यक्तियों को चिन्हित कर BNNS अधिनियम के तहत पूछताछ के लिए थाने लाया है। पुलिस ने बताया कि इन चारों पर धार्मिक आस्था की आड़ में संदिग्ध गतिविधियों और लोगों को भ्रमित करने का संदेह है।
“ऑपरेशन कालनेमि” का मकसद क्या है?
इस विशेष अभियान का उद्देश्य धार्मिक विश्वास का दुरुपयोग कर धोखाधड़ी, ठगी और अंधविश्वास फैलाने वाले तत्वों पर पूर्ण विराम लगाना है। पुलिस का कहना है कि ऐसे लोग लोगों की श्रद्धा का फायदा उठाकर आर्थिक ठगी या आपराधिक कृत्य कर सकते हैं। इसलिए ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई की जा रही है।
पौड़ी पुलिस की सतर्कता और जनसहयोग की अपील
जनपद पौड़ी पुलिस ने आमजन से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति, बाबा या तांत्रिक की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ने कहा कि किसी भी अफवाह या झूठे चमत्कार में न फंसें। कोई भी संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तत्काल डायल 112 या नजदीकी थाना से संपर्क करें।
कानूनी कार्रवाई जारी
पुलिस ने बताया कि चारों संदिग्ध बाबाओं से पूछताछ जारी है और उनके खिलाफ विधिक प्रक्रिया (Legal Action) अपनाई जा रही है। इसके अलावा अन्य धार्मिक स्थलों और आश्रमों की भी निगरानी बढ़ा दी गई है, ताकि कोई भी व्यक्ति श्रद्धा की आड़ में कानून का उल्लंघन न कर सके।
