
टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने दूसरे टेस्ट में 269 रनों की जबरदस्त पारी खेलकर टीम इंडिया को मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया। यह न केवल उनका पहला टेस्ट डबल सेंचुरी रहा, बल्कि उन्होंने कई ऐतिहासिक रिकार्ड भी अपने नाम किए।
गिल की यह पारी विशेष इसलिए रही क्योंकि, उन्होंने कप्तानी में टेस्ट में डबल सेंचुरी लगाने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बने; इससे पहले यह कारनामा 2016 में विराट कोहली ने किया था। वह इंग्लैंड में डबल सेंचरी लगाने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज बने, राहुल द्रविड़ और सुनील गावस्कर के बाद। गिल पहले एशियाई कप्तान बने जिन्होंने SENA (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया) में डबल सेंचुरी मारी। उन्होंने सुनील गावस्कर (221*) और राहुल द्रविड़ (217) से आगे निकलकर इंग्लैंड में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर दर्ज किया।
अब गिल भारतीय कप्तानों की उस विशिष्ट सूची में शामिल हैं, जिसमें विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर, एम.ए.के पटौदी, सुनील गावस्कर और एमएस धोनी भी हैं। इसके साथ ही, उनका 269 टेस्ट कप्तान के रूप में भारतीय कप्तानों में अब तक का सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर है । कप्तानी की सीमित अवधि में गिल ने अपने नेतृत्व और तकनीक से खुद को साबित किया है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वह सीरीज को किस नई ऊँचाई तक ले जाते हैं। यह उपलब्धि न केवल शुभमन गिल की व्यक्तिगत प्रतिभा का प्रमाण है, बल्कि भारत के नए युग के क्रिकेट कप्तानों के उदय का प्रतीक भी है। उनकी इस कप्तानी वाली पारी ने इंग्लैंड के खिलाफ बैरीज़ को एकतरफा मोड़ दिया और भारतीय क्रिकेट को उम्मीद से परे उत्साह से भर दिया।