
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच 2 जुलाई 2025 से शुरू हो रहा है। यह मुकाबला एडिबैस्टन, बर्मिंघम में खेला जाएगा और इसकी अवधि 2 जुलाई से 6 जुलाई 2025 तक होगी। इसमें भारतीय समयानुसार शाम 3:30 बजे खेल आरंभ होगा ।
पिच व मौसम की स्थिति
पहले से ही एडिबैस्टन में बारिश की आशंका है। पहले और अंतिम दिन धुंधलके और बारिश का खतरा, जबकि बीच के दिन मौसम अपेक्षाकृत स्पष्ट रहेगा । ये तत्व मैच की गति और रणनीतियों पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं।
टीमें और पिच संभावित बदलाव
इंग्लैंड: पहले टेस्ट की टीम को बरकरार रखा गया है, जिसमें क्रॉली, डकेट, रूट, स्टोक्स और वूक्स जैसे अनुभवी खिलाड़ी शामिल हैं। जोफ्रा आर्चर पारिवारिक कारणों से मैच में बाहर सकते हैं।
भारत: जसप्रीत बुमराह की फिटनेस और चुस्ती पर सवाल खड़े हैं, और उन्हे रिहैबिलिटेशन व रोटेशन की रणनीति के तहत आराम दिया जा सकता है। कुलदीप यादव के स्पिन विकल्प के तौर पर वापसी की संभावना बनी हुई है।
महत्व और पृष्ठभूमि
यह मुकाबला एंडरसन–तेंदुलकर ट्रॉफी के तहत हो रहा है। पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने लीड बनाई है, वहीं भारत इस मुकाबले को लेकर मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल करना चाहेगा। एडिबैस्टन में भारत का कभी टेस्ट खेलने पर जीत नहीं मिली है, इसलिए यह मैच मानसिक चुनौती भी पेश करता है।
खिलाड़ी पर नज़र
हैरी ब्रुक पहले टेस्ट में नाबाद 99 रन बनाकर छाए थे।
यशस्वी जयसवाल 2,000 टेस्ट रन के सबसे तेज भारतीय बनने के करीब हैं, जो अगर यहां मौका मिले तो श्रृंगारिक उपलब्धि होगी ।
रणनीतिक दृष्टिकोण
भारत को तेज गेंदबाज़ स्थानीय परिस्थितियों में सूट करेंगे इस दृष्टि से उनके संयमित चयन की संभावना है। स्पिन अपरिवर्तित रहे तो इंग्लैंड की मध्यपंक्ति को चुनौती मिलेगी। दूसरी ओर इंग्लैंड का “बाज़बॉल” एटिट्यूड इस टेस्ट में भी देखने को मिल सकता है।
निष्कर्ष
एडिबैस्टन टेस्ट भारत–इंग्लैंड सीरीज का टर्निंग पॉइंट साबित हो सकता है। मौसम, पिच, चयन और मानसिक दबाव – इन सभी का संतुलन ही सीरीज की दिशा तय करेगा। भारत इस मुकाबले से सीरीज बराबर करना चाहेगा और इंग्लैंड बढ़त बनाए रखना चाहेगा। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह पांच दिनों का मुकाबला बेहद रोमांचक रहेगा।